मेरठ समेत पश्चिमी यूपी के विभिन्न जिलों में पिछले तीन चार दिनों से हो रही बारिश राहत दे रही है। वहीं तापमान काफी कम हो गया है। प्रदूषण में भी कमी आई है। हालांकि विभिन्न शहरों में बारिश के बाद जलभराव की समस्या उत्पन्न हो गई।
मानसून के लौटने से पहले सितंबर माह में हो रही बारिश राहत दे रही है। बारिश से तापमान में गिरावट दर्ज की गई। नमी भी बढ़ गई है। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो दो दिन अभी बारिश के आसार हैं।
बुधवार को भी दिनभर मौसम बदलता रहा। दिन में उमस का असर कम दिखाई दिया और आसमान पर बादल और हल्की बूंदाबांदी ने दिन के तापमान में दो डिग्री की गिरावट दर्ज कर दी। मौसम कार्यालय पर दिन का अधिकतम तापमान 30.6 डिग्री व रात का न्यूनतम 24.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड़ किया गया। बारिश 6.8 मिमी दर्ज की गई। बुधवार को मेरठ का एक्यूआई 54दर्ज किया गया।
शहर में जयभीमनगर 50, गंगानगर 52, पल्लवपुरम 58, दिल्ली रोड 60, बेगमपुल 64 दर्ज किया गया। बारिश के चलते प्रदूषण में कमी चल रही है। कृषि विवि के मौसम वैज्ञानिक डॉ यूपी शाही का कहना है कि अभी मानसून सक्रिय है और आगामी दो दिन तक मेरठ समेत आसपास के जिलों में हल्की से मध्यम बारिश होने के आसार हैं। मानसून के लौटने के का समय आ गया है। जाने से पहले अच्छी बारिश की संभावना बनी हुई है। जिससे सभी फसलों को भी लाभ मिलेगा।
देशभर में भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, चंडीगढ़ और हिमाचल प्रदेश में 15 सितंबर तक भारी बारिश की संभावना जताई है। इसके अलावा छत्तीसगढ़, असम, मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार और ओडिशा में भी 15 सितंबर तक अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
दिल्ली-एनसीआर में भी रुक-रुक कर बारिश
दिल्ली-एनसीआर में भी लगातार बारिश हो रही है। दिल्ली में सितंबर माह के पहले 10 दिनों में कई बार बारिश दर्ज की गई है, जिससे तापमान में गिरावट आई है। अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 32.6 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 23.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। मौसम विभाग ने 12 सितंबर के लिए दिल्ली में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिसमें तेज बारिश और 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है।
छत्तीसगढ़ में बाढ़ के हालात, 50 लोगों को किया गया रेस्क्यू
छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में शिवनाथ नदी का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ के हालात बन गए हैं। राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) की टीम ने बाढ़ में फंसे 50 से अधिक लोगों को सुरक्षित बचाया है। जल स्तर में वृद्धि के चलते कई जलाशयों और बांधों से पानी छोड़ा गया है, जिससे आसपास के इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई है। इससे पहले, सुकमा जिले में नदियों में उफान आने से 500 से अधिक गांव जलमग्न हो गए थे।
राजस्थान में अना सागर के गेट खोले, अजमेर में जलभराव
राजस्थान के अजमेर में अना सागर एस्कैप नगर के गेट खोलने पड़े हैं, जिससे भारी जलजमाव हो गया है। हाथी भाटा, ब्रह्मपुरी और शिवपुरी इलाकों में स्थिति गंभीर हो गई है। राज्य के अन्य जिलों में भी भारी बारिश जारी है, जिससे सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है।