Paris Paralympics : जो ओलिंपिक में नहीं हो सका, पेरिस पैरालिंपिक में मेरठ की प्रीति पाल ने कर दिखाया

Paris Paralympics 2024 : Preeti Pal पेरिस पैरालिंपिक में 100 मीटर के बाद 200 मीटर दौड़ में कांस्य जीतकर दोहरा इतिहास रचा। वर्ल्ड पैरा एथलेटिक चैंपियनशिप में प्रीति ने 100 मीटर दौड़ 14.43 सेकेंड में और 200 मीटर की दौड़ 30.49 सेकेंड में पूरा कर कांस्य जीता था। पेरिस में उन्होंने 100 मीटर दौड़ 14.21 सेकेंड में पूरा किया। 200 मीटर की दौड़ के समय में भी व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया।

पेरिस पैरालंपिक में भारत की महिला धावक प्रीति पाल टी 35 कैटेगरी में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर इतिहास रच दिया। पेरिस पैरालंपिक के ट्रैक एंड फील्ड इवेंट में प्रीति का यह दूसरा मेडल था। शूटर अवनी लेखरा के बाद ऐसा करने वाली प्रीति भारत की दूसरी महिला एथलीट भी बनी हैं। प्रीति ने 200 मीटर की रेस में 30.01 सेकंड का समय निकालते हुए ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। इससे पहले उन्होंने 100 मीटर की रेस में 14.21 सेकंड का समय लेते हुए ब्रॉन्ज मेडल जीता था। प्रीति के लिए यह उपलब्धि काफी बड़ी है। उन्होंने पूरी दुनिया में भारत का परचम लहरा दिया। ऐसे में आइए जानते हैं कौन हैं प्रीति पाल।

प्रीति पाल उत्तर प्रदेश के मेरठ की रहने वाली हैं। मेरठ में उनका गांव कसेरू बक्सर पड़ता है। प्रीति एक सामान्य परिवार से आती हैं। एथलेटिक्स में करियर बनाना उनके लिए बिल्कुल भी आसान हीं रहा। उनके पिता का नाम अनिल कुमार है जो कि दूध की डेयरी चलाते हैं। प्रीति का संघर्ष किसी प्रेरणा से कम नहीं है। प्रीति को बचपन में ही सेरेब्रल पाल्सी का पता चला था। सेरेब्रल पाल्सी एक ऐसी बीमारी है जिसमें दिमाग और शरीर मांसपेशियों के बीच सही से संवाद नहीं हो पाता है। यही कारण है कि इस बीमारी में व्यक्ति किसी भी चीज पर रिएक्ट करने में अधिक समय लेता है।

बता दें कि प्रीति के पिता ने मेरठ में ही उनका इलाज कराने का काफी प्रयास किया, लेकिन वह पूरी तरह से ठीक नहीं हो पाई। हालांकि, इसके बावजूद प्रीति का हौसला नहीं टूटा। बेहतर इलाज के लिए प्रीति दिल्ली आईं। यहीं पर वह जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में कोच गजेंद्र सिंह से मिली और उनके मार्गदर्शन में ट्रेनिंग लेना शुरू किया। इसके बाद देखते ही देखते प्रीति ने पैरा खेलों में अपनी एक अलग छाप छोड़ने लगी और अब पेरिस पैरालंपिक में दो-दो मेडल जीतकर इतिहास रच दिया।

कांस्य पदक जीता
प्रीति ने रविवार देर रात हुई 200 मीटर रेस को 30.01 सेकंड में पूरी कर कांस्य जीता है। टी-35 कैटेगरी की 200 मीटर दौड़ में भी चीन की झौर जिया ने 28.15 सेकंड में स्वर्ण पदक और किआकिआ ने 29.09 सेकेंड में दौर पूरी कर रजत पदक जीता है।

मेरठ से दिल्ली तक दौड़

पेरिस में चमकी प्रीति मेरठ में कसेरूखेड़ा स्थित पंचवटी के निकट सी-ब्लॉक कॉलोनी की रहने वाली प्रीति ने प्रशिक्षण की शुरुआत कैलाश प्रकाश स्पोर्ट्स स्टेडियम में कोच गौरव त्यागी के मार्गदर्शन में हुई थी। वर्तमान में प्रीति जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में कोच गजेंद्र सिंह के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण करती हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *