सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ पर ट्रंप ने उनके खिलाफ केस दर्ज करने के लिए स्मिथ की आलोचना की। उन्होंने कहा सजा के लिए नए सिरे से की गई अपील खत्म हो चुके उत्पीड़न को फिर से जिंदा करना और चुनाव से अमेरिकी जनता का ध्यान भटकना है। इसके साथ ही ट्रंप ने कहा कि केस दर्ज करना आगामी राष्ट्रपति चुनावों में हस्तक्षेप करने का एक प्रयास है।
एएनआई, वॉशिंगटन डीसी। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव 2024 सर पर हैं, इससे पहले रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। अमेरिकी न्याय विभाग के विशेष वकील जैक स्मिथ ने 2020 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में दखल की कोशिश के लिए पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ फिर से अभियोग चलाए जाने की अपील दायर की है। दरअसल, इस अपील में ट्रंप के ऊपर पिछले आपराधिक मामलों को जस का तस ही रखा गया है, लेकिन पूर्व राष्ट्रपति कार्यालय के कुछ कामों को लेकर छूट होने के सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद, ट्रंप के खिलाफ आरोपों को कम किया गया है।
अमेरिका में पांच नवंबर को राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने हैं। ऐसे में यहां सियासी पारा चरम पर है। इस बीच, रिपब्लिकन की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है। विशेष वकील जैक स्मिथ गोपनीय दस्तावेज मामले को फिर से शुरू करने के लिए दलीलें दे रहे हैं।
कैनन का फैसला योग्यता की कमी
अटलांटा की 11वीं यूएस सर्किट कोर्ट ऑफ अपील्स में दायर एक संक्षिप्त विवरण में स्मिथ ने दलील दी कि ट्रंप के खिलाफ चल रहे मामले को न्यायाधीश कैनन द्वारा खारिज किया जाना और वो भी ऐसा तर्क देना योग्यता की कमी थी।
यह है मामला
दरअसल, ट्रंप को गोपनीय दस्तावेज को अवैध रूप से अपने पास रखने के मामले में बड़ी राहत मिली थी। फ्लोरिडा की एक अदालत ने इस आपराधिक मामले को खारिज कर दिया था। मामले में न्यायाधीश एलीन कैनन ने फैसला सुनाया था कि अभियोजन पक्ष का नेतृत्व कर रहे विशेष वकील जैक स्मिथ को गैरकानूनी तरीके से नियुक्त किया गया था। स्मिथ के पास मामला अदालत में रखने का अधिकार नहीं था।
कई और मामलों को करेगा प्रभावित
स्मिथ की टीम ने कैनन के इस फैसले को न केवल अन्य विशेष वकीलों को प्रभावित करने वाला बताया, जिनमें से कई अन्य अदालतों में ट्रंप और हंटर बाइडन के खिलाफ मामले चल रहे हैं, बल्कि यह संघीय सरकार में नेताओं की शक्ति को भी प्रभावित करने वाला करार दिया।
स्मिथ के कार्यालय ने 81 पेज में तर्क देते हुए कहा, ‘यदि अटॉर्नी जनरल के पास निम्न अधिकारियों को नियुक्त करने का अधिकार नहीं है, तो यह निष्कर्ष विभाग के प्रत्येक सदस्य की नियुक्ति को अमान्य कर देगा, जो महत्वपूर्ण प्राधिकार का प्रयोग करता है और किसी स्थायी पद पर आसीन है, सिवाय उन कुछ सदस्यों के जिन्हें विशेष रूप से कानून द्वारा पहचाना गया है।’