- खुद को मारी गोली, मरने से पहले बनाया वीडियो
गाजियाबाद। गाजियाबाद में ईवीएम की सुरक्षा में तैनात सिपाही पम्मी ने बीती देर रात सरकारी बंदूक से गोली मारकर जान दे दी। मरने से पहले सिपाही ने 3 मिनट का वीडियो भी बनाया।
वीडियो में सिपाही ने कहा कि गर्लफ्रेंड ब्लैकमेल कर रही। मेरे पास सिर्फ मौत का ही रास्ता बचा है। मेरे मरने के बाद गर्लफ्रेंड को ऐसी सजा मिले, ताकि किसी और जिंदगी के साथ खिलवाड़ न कर सके। पुलिस ने गर्लफ्रेंड और उसके 2 दोस्तों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
2018 बैच का सिपाही पम्मी मूल रूप से बुलंदशहर के औरंगाबाद अहीर गांव का रहने वाला था। उसकी मूल पोस्टिंग पीएसी में थी। अभी वह गाजियाबाद में मुरादनगर नगर पालिका कार्यालय के ईवीएम स्टोर की सुरक्षा में तैनात था। पम्मी के साथ एक और सिपाही ध्यान सिंह की भी ड्यूटी थी। मंगलवार रात 8 बजे ध्यान सिंह किसी काम से बाहर चले गए, तभी पम्मी ने सरकारी बंदूक से खुद को गोली मार ली। उनकी मौके पर ही मौत हो गई। सूचना मिलते ही कई थानों का पुलिस फोर्स पहुंची। देर रात पुलिस कमिश्नर अजय कुमार मिश्र ने क्राइम स्पॉट की जांच-पड़ताल की।
गर्लफ्रेंड ने 2 साल में ऐंठ लिए 6 लाख रुपए
सिपाही ने वीडियो में कहा है कि मैं 2 साल से इतना परेशान हूं कि अपने मन की बात किसी को नहीं बता सकता। मेरे गांव में एक लड़की है। घर के सामने रहती है। उसने पहले मुझे फंसाया। अब 2 साल से मुझे ब्लैकमेल कर रही है।
गांव का एक लड़का अमित उसका साथ देता है। इस केस में 3 लोग मिले हैं। तीसरी गर्लफ्रेंड की सहेली है, जो मेरठ में रहती है। उसका नाम गुड्डन है। बाकी उसके बारे में कुछ नहीं जानता। 2 साल में मुझसे 6 लाख रुपए ऐंठ लिए हैं। अब भी पैसों की डिमांड आ रही है। मैं कुछ कहता हूं तो एफआईआर करवाने और जेल भिजवाने की धमकी देते हैं। मैंने पत्नी की ज्वेलरी बेचकर इन्हें पैसे दे दिए। फिर भी इन्हें शांति नहीं मिली।
सबसे आखिर में सिपाही ने कहा- मैं किसी से क्या बताऊं? बस हाथ जोड़कर प्रशासन से एक बात कहना चाहता हूं कि इस लड़की को ऐसी सजा मिले, ताकि किसी के साथ जिंदगी में कुछ नहीं कर पाए। सरकार को ऐसा नियम कानून भी बना देना चाहिए, ताकि लड़कों को कुछ सहूलियत मिले।
डीसीपी ग्रामीण विवेक चंद यादव ने कहा कि पुलिस ने तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। मृतक जवान के परिजनों को सूचना दी गई है।